nav vadhu
Tuesday, 1 March 2016
रूप रंग सलोना
फिर भी हो अबोला
कंही तो, एक नज़र पा जाये
उसके जलवों से रूबरू हो जाये
दिखे रातदिन
इन्ही स्वप्न सलोना
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