Wednesday 27 November 2013

मन्नू -मुझे अंग्रेजी आती है, आप मेरी जग हंसाई मत करिये 
रम्भा- हंसकर )-वो तो देख ही रही हूँ 
मन्नू-खुद को ढकते हुए )-आप इधर उधर मत देखिये, हम अभी अंग्रेजी सिख क्र अत हूँ 
मन्नू एक बाज़ार में जमीं पर लगी दुकान में जाता है 
मन्नू-भैया , फटाफट , एक अंग्रेजी सिखने कि किताब दे दीजिये , मुझे एक अप्सरा को प्रेस करना है 
दुकानवाला- ये ले जाओ, तुम एकदम अंग्रेजी में ही हंसोगे रोओगे 
मन्नू- लेकिन, भैया, ये तो अंग्रेजी में है, हमे हिंदी में अंग्रेजी कि किताब चाहिए 
दुकानवाला- तो, ये ले जाओ, फूल हिंदी में पुआर अंग्रेजी 
मन्नू-वा वाह , का बात है , कसम भूरि भसीन के दूध महीने  में  

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