पपीहा सा मन
जब कूह्कने लगे
देह से दूध की
धाराएँ जब फूटने लगे
तब, साधारण जन की
क्या बिशात
विश्वामित्र का तप भी
जब, टूटने लगे
सधीर
जब कूह्कने लगे
देह से दूध की
धाराएँ जब फूटने लगे
तब, साधारण जन की
क्या बिशात
विश्वामित्र का तप भी
जब, टूटने लगे
सधीर
pyashwini, dudh ki dhar, bchchon ke liye ho, unke liye sb milkr kuchh kren, jnha h, smaj me jagrukta lane age aye, educated girls v boys
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