चाहत में
चाहत में हमेशा
तुम खुदगर्ज बन जाना
जिसे चाहो
बीएस उसीसे
बॉस
बस उसीसे कुछ चाहना
जिसे नही चाहते
उससे क्यों मांगोगे
इशलिये, अपने
प्यार पर हौसला रखो
जंहा चाहो
वंही पाने की कोशिश करो
वंही, तुम्हे अख्तियार होगा
कि, जिसे चाहो
जंहा चाहो
वंही तुम्हारा प्यार होगा
चाहत में हमेशा
तुम खुदगर्ज बन जाना
जिसे चाहो
बीएस उसीसे
बॉस
बस उसीसे कुछ चाहना
जिसे नही चाहते
उससे क्यों मांगोगे
इशलिये, अपने
प्यार पर हौसला रखो
जंहा चाहो
वंही पाने की कोशिश करो
वंही, तुम्हे अख्तियार होगा
कि, जिसे चाहो
जंहा चाहो
वंही तुम्हारा प्यार होगा
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