ये
ये शर्मीले नयन तुम्हारे
और बांकी चंचल चितवन
बातें तेरी रसीली
तुम प्रीत का मधुब
ye तुम कहा जाती हो ये
फूलों का गुच्छा हाथों में लिए
और पीछे मूढ़ कर जब देखती हो
आगे जाते हुए
ये रशिली चितवन वाली
सच मीठी लगती है तुम्हारे
तुम्हारे मुख से गाली
ये शर्मीले नयन तुम्हारे
और बांकी चंचल चितवन
बातें तेरी रसीली
तुम प्रीत का मधुब
ye तुम कहा जाती हो ये
फूलों का गुच्छा हाथों में लिए
और पीछे मूढ़ कर जब देखती हो
आगे जाते हुए
ये रशिली चितवन वाली
सच मीठी लगती है तुम्हारे
तुम्हारे मुख से गाली
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