जलते दीयों संग
ये जो, तुम्हारा रोमांस है
सच ये अहसास
प्रेमपगा
युगों युगों तक
जीवित रहेगा
मेरी कविताओं में
तेरे अप्रतिम रूप की
दीप्त छटाओं संग
ओ, दीपशिखा
2 दीपशिखा
दीपशिखा
कोई तुझसा सुन्दर
मुझको नही दिखा
दीप जलते हुए
मुस्कराते हुए
तेरा म्रदु हास्
जगता है ,प्रेम का
अविचल अहसास
बांधने लगता है , ह्रदय को
स्वत , तेरा प्रेमपाश
ये जो, तुम्हारा रोमांस है
सच ये अहसास
प्रेमपगा
युगों युगों तक
जीवित रहेगा
मेरी कविताओं में
तेरे अप्रतिम रूप की
दीप्त छटाओं संग
ओ, दीपशिखा
2 दीपशिखा
दीपशिखा
कोई तुझसा सुन्दर
मुझको नही दिखा
दीप जलते हुए
मुस्कराते हुए
तेरा म्रदु हास्
जगता है ,प्रेम का
अविचल अहसास
बांधने लगता है , ह्रदय को
स्वत , तेरा प्रेमपाश
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